Meri Kavita...
Sunday, July 2, 2017
कुछ समझ बूझ के बिना
मैं चलती रही
तारोंकि राह
सुंदर कुछ नहीं होता
जीवन में
जब तक उसमें आतंक ना हो
ये शब्द लिख कर
वो अपने सोते बच्चे को गोद
में लेकर चली गयी
© rasika agashe
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